भारत देश विविधताओं का देश है, भारत के हर राज्य में परम्पराएँ, पहनावा, रहन सहन अलग है, इसी कारण भारत को विविधताओं का देश कहा जाता है, इसी कारण भारत का दक्षिणी हिस्सा जो की दक्षिण भारत कहलाता है वह भी अपने आप में विविधता से भरा हुआ है, दक्षिणी भारत में आज भी केले के पेड़ के पत्तों पर ही भोजन किया जाता है, ये परम्परा सदियों से चली आ रही है, यही कारण है की आज भी वहां के लोग केले के पत्तो पर ही भोजन करना पसंद करते है, अगर इसके पीछे कारणों के बारे में देखा जाये तो ऐसे कई कारण है जिनकी वजह से केले के पत्तो पर भोजन करना शुभ माना जाता है और इसके पीछे कई स्वास्थ्य संबंधी वजह भी है, आइये जानते है आखिर क्या वजह है केले के पत्ते पर भोजन करने की |केले का पत्ता होता है पवित्र
सभी जानते है किसी भी शुभ कार्य में केले के पत्तो का उपयोग किया जाता है यही वजह है इसे बहुत ही पवित्र माना जाता है, इसीलिए ये माना जाता है की केले के पत्ते पर भोजन करने से भोजन भी पवित्र हो जाता है |
पोषक तत्वों से भरपूर
वैसे अगर देखा जाये तो केले के पत्तो को पचाना बहुत ही कठिन है, इसीलिए इसके ऊपर भोजन रखकर खाना बहुत ही लाभदायक है क्योंकि केले के पत्तो में कई प्रकार के पोषक तत्व होते है जो की एक स्वस्थ शरीर की जरूरत होते है, इसीलिए केले के पत्तो पर भोजन रखकर खाने की एक वजह ये भी है की ऐसा करने से केले के पत्ते में मौजूद पोषक तत्व भोजन में मिल जाते है |
बालो के लिए लाभकारी
केले के पत्तो पर भोजन करना बालो के लिए भी बहुत लाभदायक होते है, एक केले के पत्ते में वो सारे पोषक तत्व होते है जो स्वस्थ बालो के लिए जरुरी होते है, इसीलिए इस पर भोजन करने से बालो का झड़ना, सफ़ेद बालो का आना जैसी बालो संबंधी समस्याए नहीं होती है और साथ ही केले के पत्तो पर भोजन करने से दाग धब्बे फोड़े फुंसी जैसी परेशानिया भी नहीं होती है |
पेट रहे स्वस्थ
केले के पत्ते में पाचन क्रिया संबंधी कई पाचक एंजाइम होते है जो भोजन को पचने में मदद करते है जिससे पेट संबंधी बीमारियां नहीं होती है, केले के पत्ते बहुत ही स्वच्छ होते है इसीलिए इस पर भोजन करने से कोई अन्य रसायन आदि में हमारे शरीर में प्रवेश नहीं कर पाते है जिससे कई बीमारियों से बचाव हो जाता है और गैस, कब्ज जैसी बीमारियाँ भी नहीं होती है |
त्वचा के लिए लाभकारी
केले के पत्तो में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते है, जो त्वचा के लिए बहुत ही जरुरी तत्व है, केले के पत्तो पर भोजन करने से वो सभी तत्व भोजन में मिश्रित हो जाते है और भोजन के साथ हमारे शरीर में पहुँच जाते है जिससे त्वचा खिली-खिली रहती है और अन्य कोई त्वचा संबंधी रोग भी नहीं होते है |